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Punjab जानिए इस राज्य का इतिहास Tourism और सम्पूर्ण जानकारी

 

नमस्कार दोस्तों आज जानते हे पंजाब के बारे में कुछ जानकारिया | पंजाब देश का सबसे समृद्ध राज्य हे | पंजाब दो शब्दो से बना हे,पंज +आब पंज का मतलब पांच और आब फारसी शब्द हे,जिसका अर्थ नदी या पानी होता हे | इन दो शब्दों को मीलाकर  इस राज्य का नाम पंजाब रखा गया हे | यहाँ पाँच नदियां झेलम, रावी, चिनाब, सतलज, और व्यास नदी के कारण ही इस प्रदेश का नाम पंजाब पड़ा | सन 1947 में भारत-पाकिस्तान के विभाजन के दौरान चिनाब और झेलम दो नदियाँ पाकिस्तान के पंजाब में चली गई | कृषि पंजाब का सब से बड़ा उद्योग है। यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं: वैज्ञानिक साज़ों सामान, कृषि, खेल और बिजली सम्बन्धित माल, सिलाई मशीनें, मशीन यंत्रों, स्टार्च, साइकिलों, खादों आदि का निर्माण, वित्तीय आजीविका, सैर-सपाटा और देवदार के तेल और खंड का उत्पादन।

पंजाब के ईतिहास  के बारे में

पंजाब का इतिहास अति प्राचीन मान जाता हे | हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की संस्कृति भी यही विकसित हुई हे | यहाँ पर पहले मौर्य ,यूनानी,शक ,गुप्त लोगो का शासन था | उसके बाद यहाँ पर मुस्लिमो ने कब्ज़ा कर लिया | पंद्रहवीं और सोलहवीं शताब्दी में पंजाब के इतिहास ने नया मोड़ लिया।गुरु नानक देव की वजह से यहाँ भक्ति आंदोलन ने जोर पकड़ा | सिख लोगो ने यहाँ धार्मिक और सामाजित आंदोलन को जोर दिया जिसकी वजह से धर्म और समाज में फैली कुरीतिया दूर हुई | गुरु गोविन्द सिंह ने सीखो को खालसा पंथ के रूप में संगठित किया |उन्होंने देशभक्ति, धर्मनिरपेक्षता और मानवीय मूल्यों पर आधारित पंजाबी राज की स्थापना की। महाराजा रणजीत सिंह ने पंजाब को सिख साम्राज्य में बदल दिया।परन्तु उनके बाद अंग्रेजो की चाल के कारण पुरा साम्राज्य बिखर गया | अंग्रेजों और सिखों के बीच दो निष्फल युद्धों के बाद 1849 में पंजाब अंग्रेजो के अधीन हो गया।

स्वतंत्रता आंदोलन में गांधीजी और लाल लाजपतराय ने अग्रणी भूमिका निभाई | पंजाब देश -विदेश स्वतंत्रता संग्राम में हर मोर्चे पर आगे रहा | सन 1947 में जब देश का विभाजन हुआ तब पंजाब का कुछ भाग पाकिस्तान में चला गया। आजादी के बाद पूर्वी पंजाब के रियासत को मिलाकर पेपसू राज्य तथा पूर्वी पंजाब राज्य संध पटियाला का गठन किया गया।पटियाला को इसकी संयुक्त राजधानी बनायी गई। उसके बाद पेपसू राज्य को 1956 में पंजाब में विलय कर दिया गया। सन 1966 में पंजाब से कुछ भाग अलग कर नया प्रदेश हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की स्थापना हुई। वर्तमान पंजाब 01 नवंबर 1966 से आस्तित्व में है।पंजाब को पवित्र गुरुओं की भूमि कहा जाता है क्योंकि यहां पर सिख गुरुओं ने जन्म लिया था |  यहां पर गुरुओं ने धार्मिक उपदेश दिए साथ ही अनेक वीरों ने बलिदान दिए हे |  इस कारण यह स्थान पवित्र स्थानों की गिनती में गिना जाता है|  पंजाब की भूमि में एक ख़ास बात है इसलिए तो कई महान देशभक्तों ने यहाँ जन्म लिया जैसे कि लाला लाजपत राय, शहीद भगत सिंह, शहीद उधम सिंह, करतार सिंह सराभा आदि.

पंजाब की राजधानी  के बारे में जानकारी

चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी हे | चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों की राजधानी हे | दोनों राज्यों का प्रशासन यही से चलता हे | राजधानी चंडीगढ़ को सिटी ऑफ ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। चंडीग़ढ आधुनिक भारत का पहला योजनाबद्ध शहर हे | इस शहर का नाम चंडीगढ़, चंडी के किले के ऊपर से पड़ा है। यह एक हिंदू देवी दुर्गा (जिनके एक रूप का नाम चंडी है) का मंदिर  है जो कि आज भी शहर में स्थित है, एवं इस शहर की एक धार्मिक पहचान है। चंडीगढ़ सिटी बहुत ही प्लेन किया गया आधुनिक भारत का एक प्रसिद्ध शहर है, इस वजह से यहाँ  90% आसपास लोग शहरों में एवं सिर्फ 10% लोग ही गांव में रहते हैं। लेकिन गांव में जो भी लोग रहते हैं वहां पर उन लोगों को शहर जैसा ही सुविधा मिलता है।

पंजाब के बारे में कुछ जानकारी :

क्षेत्रफल -50,362 वर्ग कि. मि.
जनसंख्‍या -30,501,026
राजधानी -चंडीगढ़ 
मुख्‍य भाषा -पंजाबी ,हिंदी और डोंगरी 
कुल जिले -23 

पंजाब के जिलों के बारे में -

पंजाब में कुल 23  जिले हे 

1. अमृतसर जिला
2. भटिण्डा जिला
3. फिरोजपुर जिला
4. फरीदकोट जिला
5. फतेहगढ़ साहिब जिला
6. गुरदासपुर जिला
7. पठानकोट जिला
8. होशियारपुर जिला
9. जालंधर जिला
10. कपूरथला जिला
11. लुधियाना जिला
12. मानसा जिला
13. मोगा जिला
14. मुक्तसर जिला
15. शहीद भगतसिंहनगर जिला
16. पटियाला जिला
17. रूपनगर जिला
18. संगरूर जिला
19. तरन तारन साहिब जिला
20. बरनाला जिला
21. मोहाली जिला
22. बरनाला
23. मलेरकोटला

पंजाब की संस्कृति ,साहित्य ,कला ,खान-पान ,नृत्य और त्योहारो  बारे में 

सभी जानते हे की भारत एक ऐसा देश हे जहा हर राज्य अपनी अपनी खूबसूरती ,परंपरा और इतिहास के लिए जाना जाता हे | वैसे ही पंजाब की भी अपनी अलग संस्कृति हे तो अब जानते हे पंजाब की संस्कृति,कला और नृत्य के बारे में | पंजाब सिंधु घाटी सभ्यता का स्थल है, जो अपनी जातीय परंपरा के लिए अत्यधिक प्रशंसित है। मेसोपोटामिया, ग्रीस, मिस्र सभ्यता के निशान भी पाए गए हैं। पंजाबी नर्तकियों और संगीतकारों की वाक्पटुता अजेय रहती है। भांगड़ा एक प्रदर्शन नृत्य और संगीत है जिसने पंजाबियों को दुनिया भर में प्रसिद्धि दी।

पंजाब के पेहेरवेश के बारे में जानकारी

 

पंजाब की परंपरागत पोशाक पुरुषों के लिए 'कुरता-पजामा' है ॵर स्त्रियों के लिए 'सलवार-कमीज़' जिसके साथ एक रंग-बिरंगा 'दुपट्टा' भी पहना जाता है। 'सिख' पुरुषों मे 'कुरता-पजामा' के साथ पगड़ी भी पहनी जाती है। पंजाब की कला और शिल्प को भी दुनिया भर मे सराहा जाता है।पंजाबी लोग दुनिया के हर एक कोने में इसलिए मिल जाते हैं क्योंकि यह बहुत ही जिंदादिल होते हैं और काम करने में पीछे नहीं हटते उनकी नजरों में कर्म ही पूजा है। पंजाबी लोग नई जंग है नया कारोबार नया काम धंधा बनाने में डरते नहीं है इसीलिए पंजाबी लोग दुनिया के हर कोने में बसे हुए मिल जाते हैं।

पंजाब के खान-पान के बारे में


सरसों के साग के स्वाद की बात करें तो पंजाब में ही नहीं भारत में प्रसिद्ध है। एक बात जरूर है कि पंजाब में सरसों के साग के खाने की जो बात होती है, वह और कहीं नहीं होती है।पंजाब के खानों की बात करें तो यहां के पराठे बहुत मशहूर हैं। पराठे में आपको बहुत सी वरायटी मिल जाएगी जैसे की आलू, गोभी, मटर, गाजर, मूली आदि के पराठों का स्वाद ले सकते हैं। इन अलग-अलग वरायटी पराठों के साथ अचार, मक्खन और दही इनका स्वाद और भी बढ़ देता है।पंजाब ने साधारण दाल को अपने तरीके से तड़का लगाकर और अधिक स्वादिष्ट बना दिया हे।

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लगभग होटलों पर मिलने वाली तंदूरी नान का चलन पंजाब से शुरू हुआ।अलग-अलग तरह की नान में आपको पनीर, चिकन और आलू-गोभी से भरी नान भी मिलेगी।दाल मखनी पंजाब से निकला ऐसा व्यंजन है जिसने घर-घर में जगह बना ली। इसके अलावा लगभग होटलों पर आपको दाल मखनी मिल जाती है। पंजाब जाने वाले पर्यटक दाल मखनी का स्वाद जरूर लेते हैं।बड़े गिलास में लस्सी पीने का सीन पंजाब में ज्यादा देखने को मिलता है।यहाँ लस्सी को मलाईदार दही से तैयार किया जाता है। लस्सी तो हर शहर में मिल जाती है लेकिन इन पंजाबी लस्सी की बात ही कुछ और ही है।

पंजाब के लोक नृत्य के बारे में 

 

पंजाब के लोगों का उत्साह और जीवनशैली उनके लोक नृत्यों में दृढ़ता से प्रदर्शित होती है। तबले के साथ या लोक संगीत के कुछ अन्य वाद्य की धुन के साथ, पंजाब के लोगों के ऊर्जावान पैरों को एक लोक नृत्य देने के लिए अनायास गति में यह नृत्य किया जाता है। पंजाब के लोक नृत्यों को पुरुष या महिला लोक नृत्यों के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है, जहां भांगड़ा, झुमर, लुड्डी, जूली, डंकरा और धूमल पुरुष लोक नृत्य हैं, जबकि सम्मी, गिद्दा, जागो और किक्ली महिला लोक नृत्य हैं। पंजाब के इन लोक नृत्यों को आम तौर पर उत्सव के समय किया जाता है, जैसे फसल, शादियों और त्यौहारों जैसे लोहड़ी या वसंत उत्सव।

पंजाब के त्यौहार के बारे में 

पंजाब की भूमि में भव्यता और उत्साह के साथ विभिन्न त्योहारों और मेलों का जश्न मनाने का एक समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास है। पंजाब के त्यौहार अपनी जीवंतता और रंग के लिए प्रसिद्ध हैं। पंजाब में मुख्य रुप से साल की शुरुआत और फसल पकने की खुशी में लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें महिलाएं एवं पुरुष आग के चक्कर लागकर जश्न मनाते हैं। पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है। यहां फसलों का कटाई को प्रदर्शित करता बैसाखी का त्यौहार बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। पंजाब में दीवाली, दशहरे एवं गुरु नानक जी का जन्मदिवस बहुत उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया जाते है।

पंजाब के दर्शनीय(खूबसूरत पर्यटन) स्थल 

यदि आप पंजाब घूमने का प्लान बना रहें हैं तो आपके लिए यह लेख पढ़ना अत्याधिक आवश्यक है। चलिए आपको बताते हैं पंजाब में घूमने के लिए कुछ बेहतरीन दर्शनीय स्थल (Punjab Me Ghumne Ki Jagah):-


अमृतसर सुनते ही लोगो को स्वर्ण मंदिर याद आ जाया करता है। हरमिंदर साहिब के नाम से मशहूर स्वर्ण मंदिर में प्रतिदिन हज़ारो की संख्या में श्रद्धालु अपना मत्था टेकने आते हैं।मगर अमृतसर में और भी बहुत सारी खूबसूरत और ऐतिहासिक जगह है जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए। जैसे की जलियावालाबाग, वाघा बॉर्डर, महाराजा रंजीत सिंह म्यूज़ियम, रामबाग गार्डन। और यहाँ पर शॉपिंग अर्थात खरीदारी करना ना भूले, तथा यहाँ का स्ट्रीट फ़ूड भी बहुत लोकप्रिय है।


पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है। छुट्टियों के दिनों में पर्यटक यहाँ आना बहुत पसंद करते हैं। यहाँ घूमने के लिए अवकाश घाटी, रोज़ गार्डन, फन सिटी जा सकते हैं, और रॉक गार्डन जाना ना भूले, यहाँ पर कचरे के पदार्थो का इस्तेमाल कर 2000 से अधिक मुर्तियाँ बनायीं गयी है, तथा प्लास्टिक, पत्थर का इस्तेमाल करके बर्तन इत्यादि और भी बहुत कुछ है जिसे देख कर आप अचंभित हुए बिना नहीं रह पाएंगे।


पटियाला शहर किला मुबारक के लिए प्रसिद्ध है जो आज तक सिख आर्किटेचर में बने सबसे शानदार महल के रूप में स्थापित है। किला मुबारक का मुख्य आकर्षण दरबार हॉल में बनाया गया तेजस्वी दर्पण है। इस हॉल में आप प्रत्येक आकृति, आकार तथा रंगो वाले दर्पण देख सकते हैं जो इस हॉल की खूबसूरती को बढाने का काम करती है। पटियाला में गुरुद्वारा दुःख निवारण साहिब, बहादुरगढ़ किला तथा माता काली देवी मंदिर भी एक मुख्य आकर्षण है जहाँ आपको जरूर  जाना चाहिए।


पंजाब के इतिहास को जानने के लिए बठिंडा उपयुक्त पर्यटन स्थल है। बठिंडा भी किला मुबारक का घर है, जो की आज भी भटिंडा शहर के एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इस किले का निर्माण छोटी-छोटी ईटों से किया गया है तथा यह अपने वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। देश विदेश के पर्यटक दमदमा साहिब, बठिंडा झील, मैसर खाना, प्राणी उद्यान, चेतक पार्क, धोबी बाजार, पीर हाजी रतन की मज़ार, बठिंडा फोर्क, रोज गार्डन और बठिंडा लेक में बोटिंग का मजा लेने आते हैं। इसके अलावा घूमने के लिए यहाँ बीर तलाब जू, लखी जंगल, जूलॉजिकल पार्क और चेतन पार्क जैसी भी जगहें है।

 

पंजाब ज़िले का शहर पठानकोट के बारे में भला कौन नहीं जानता। यदि आप यहाँ घूमने के लिए जा रहे है तो आप मुक्तेश्वर मंदिर, आशापूर्णी मंदिर, काठगढ़ मंदिर और प्राचीन काली माता मंदिर के दर्शन करना ना भूले। इसके अलावा आप यहाँ पर नूरपुर किला, रंजीत सागर बांध, हाइड्रोलिक शोध स्टेशन और ऐतिहासिक शाहपुरकंदी किला भी है जहाँ आपको अवश्य जाना चाहिए।

कपूरथला शहर अपने शानदार आर्किटेक्चर के लिए मशहूर है जिसके लिए इसे “पंजाब का पेरिस” के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है। यह शहर अपने सूंदर परिदृश्य तथा शानदार स्मारक की वजह से अद्भुत सा प्रतीत होता है। कपूरथला में 1499 में गुरु नानक ने अपना आत्मज्ञान प्राप्त किया था। पर्यटकों के आकर्षण का मुख्या केंद्र है:- जगतजीत महल, पंज मंदिर, शालीमार गार्डन, मूरिश मस्जिद तथा निहाल महल।

लुधियाना घूमे बगैर पंजाब की यात्रा सफल नहीं है, तो यदि इसलिए आप पंजाब घूमने का प्लान बना रहे हैं तो लुधियाना को अपनी सूची में शामिल करना ना भूले। यहाँ घूमने के लिए बहुत कुछ हैं, जैसे हवाई अड्डा रेस्टोरेंट, लोधी फोर्ट, रूरल हेरिटेज म्यूज़म, टाइगर ज़ू, पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, महाराजा रंजीत सिंह वॉल म्युज़ियम, फिल्लौर पार्क, नेहरू रोज गार्डन और डियर पार्क इत्यादि और भी जगहें हैं जो आपको मोहित तथा आकर्षित करेंगी।

इन जगहों के अलावा भी(Places To Visit In Punjab In Hindi) पंजाब में कई सारे दर्शनीय स्थल है जो पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है, जिन्हे आप अपनी सूची में जोड़ सकते है। जैसे:- पंजाब का शीश महल, जालंधर शहर में देवी तलाब मंदिर, वंडरलैंड थीम पार्क इत्यादि।

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